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नमो बुक बैंक को हुए तीन वर्ष : 19 हजार परिवारों ने दी 2 लाख 75 हजार से अधिक पुस्तकें

रांची के सांसद संजय सेठ द्वारा स्थापित नमो बुक बैंक के 3 वर्ष सफलता पूर्ण संपन्न होने पर संसद  कार्यालय में  प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया इस अवसर पर रांची के लोकप्रिय  विधायक सी पी सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे इस प्रेस वार्ता में सांसद सेठ ने कहा किसी भी संगठन से जुड़कर राजनीति करना एक लक्ष्य है और राजनीति को समाज सेवा के रूप में बदलना बड़ा लक्ष्य है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने राजनीति और सत्ता को सेवा का माध्यम बनाया, वह हम सबके लिए प्रेरणा पुरुष हैं।
दीनदयाल जी ने भी यही कहा था राजनीति का उद्देश्य सिर्फ सत्ता प्राप्ति नहीं होना चाहिए। राजनीति का उद्देश्य सेवा होना चाहिए। इसी उद्देश्य को लेकर मेरे द्वारा स्थापित नमो बुक बैंक की स्थापना को 3 वर्ष पूर्ण हुए। वर्ष 2020 के अंतिम माह में बुक बैंक की स्थापना की गई थी। लॉकडाउन के दौरान जब लोगों के बीच राशन सैनिटाइजर मास्क का वितरण कर रहा था। उस समय युवाओं ने इस बात की मांग रखी थी कि उनके लिए पुस्तक उपलब्ध कराई जाए। कई बार आर्थिक समस्या के कारण युवा पुस्तक नहीं खरीद पाते थे। इससे उनकी पढ़ाई बाधित होती थी। युवाओं के इसी आग्रह को देखकर मैंने बुक बैंक की स्थापना की थी। महज 20 पुस्तकों के साथ शुरू हुआ यह बुक बैंक आज 2 लाख 75 हजार से अधिक पुस्तकों का वितरण कर चुका है। 19000 से अधिक परिवारों ने बुक बैंक के लिए पुस्तक दी है।
सुखद यह भी है कि बुक बैंक के माध्यम से 80000 से अधिक विद्यार्थी सीधे मुझसे जुड़े हैं। यह बुक बैंक सिर्फ रांची ही नहीं बल्कि हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, चतरा, रामगढ़, खूंटी, गुमला, सरायकेला, पलामू, लातेहार जैसे जिलों के विद्यार्थियों के लिए भी बड़ा सहयोगी साबित हुआ है। ऐसे जिलों के विद्यार्थी जो रांची में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं। विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। उनकी पढ़ाई में बुक बैंक ने बड़ी भूमिका निभाई है। कई बार ऐसा भी हुआ है जब पुस्तक देखकर विद्यार्थी आश्चर्य चकित हो गए क्योंकि यह पुस्तक आर्थिक संकट के कारण उनकी पहुंच से बाहर की थी। यह बुक बैंक अब एक साइकिल का रूप ले चुका है, जहां पर विद्यार्थी अपने पूर्ववर्ती कक्षाओं की किताबें लाकर देते हैं और नई कक्षाओं की किताबें लेकर जाते हैं। मुझे खुशी है कि मेरे द्वारा स्थापित इस बुक बैंक ने नि:शुल्क पुस्तकों के वितरण का एक रिकॉर्ड कायम किया है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भी इस बुक बैंक की सराहना की है। प्रधानमंत्री जी की सरहाना ने इस बुक बैंक को राष्ट्रीय पटल पर स्थान दिलाया है। मेरी पहल के बाद दिल्ली में देश भर के कई सांसदों ने मुझे इसके बारे में जानकारी ली। और अपने-अपने क्षेत्र में बुक बैंक आरंभ किया है। यह सिर्फ मेरे लिए नहीं बल्कि पूरे रांची के लिए गौरव की बात है। विभिन्न मीडिया संस्थानों ने भी राष्ट्रीय स्तर पर इस बुक बैंक की सराहना की है। जो मेरे लिए खुशी की बात है। और इसके लिए मैं आप सभी मीडिया कर्मियों/पत्रकारों के प्रति भी आभार प्रकट करता हूं। मैं उन परिवारों और संस्थाओं के प्रति भी आभार प्रकट करता हूं जिन्होंने इस बुक बैंक में पुस्तक प्रदान की है। उन युवाओं के प्रति भी आभार प्रकट करता हूं जिन्होंने इस बुक बैंक में पुस्तक दी ताकि ज्ञान की गंगा बहती रहे। बहती रहे ज्ञान की गंगा...इस स्लोगन के साथ शुरू हुए नमो बुक बैंक ने अपने नाम को और भी सार्थक किया है। मेरा उद्देश्य और मेरा लक्ष्य यही है कि आने वाले वर्ष में यह बुक बैंक और भी बड़ा स्वरूप धारण करें और अधिक से अधिक बच्चे इससे लाभान्वित हो सके। रांची के विधायक सी पी सिंह ने बुक बुक बैंक की प्रशंसा करते हुए कहा की राजनीति के साथ सामाजिक कार्य करना वह भी जनहित में एक बहुत बड़ा काम है । उन्होंने बुक बैंक की स्थापना के तीन वर्ष पूर्ण होने पर उन्होंने बधाई देते हुए कहा कि यह पुण्य का काम है गरीब बच्चे जो किताब के अभाव में पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं ऐसे लोगों तक निशुल्क कक्षा 1 से लेकर डॉक्टर, इंजीनियरिंग, सहित कई ऐसे महत्वपूर्ण किताबें यहां उपलब्ध है जीस  से कई ऐसे गरीब बच्चों को इसका लाभ मिला है।  यह बहुत ही पुण्य का काम है इसी तरह बुक बैंक बढ़ता रहे  है और गरीब बच्चों को इसका लाभ मिलता रहे ऐसी कामना करता हूं मुझसे जो भी सहयोग होगा मैं पूर्णता करने को तैयार हु