रांची विश्वविद्यालय में मानव विज्ञान विभाग के ग्रामीण विकास पाठ्यक्रम में शामिल 32 छात्र-छात्राएं अपने पाठ्यक्रम को पूर्ण करने के लिए अपने शिक्षकों के साथ मिले। ग्रामीण विकास पाठ्यक्रम के शिक्षक डॉ अटल पाण्डेय ने कहा कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है, और विद्यार्थियों को क्षेत्र कार्य में जाने से उन्हें इस बात का प्रत्यक्ष अनुभव होता है। क्षेत्र कार्य इस पाठ्यक्रम की आत्मा है। ग्रामीण विकास के छात्र सूदूरवर्ती गांवों में जाकर वहां चल रही सरकार की विभिन्न योजनाएं, खेती के तरीके, सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत, शिक्षा में हो रहे व्यापक परिवर्तन, स्वयं सहायता समूह, ग्रामीण रोजगार एवं बाजार, आदि विषयों पर गहन अध्ययन करेंगे। प्राध्यापिका शीरीन गुल ने क्षेत्र और उनके कार्य के बारे में बताया कि लगभग दो सप्ताह तक विद्यार्थी नारायणगढ़ प्रखंड के मकरामपुर, डहरपुर, आदि पंचायत के ग्रामीण और उनके दिनचर्या से परिचित होंगे। क्षेत्र कार्य से विद्यार्थियों को आगे ग्रामीण विकास के विस्तृत क्षेत्र में काम करने का आत्मविश्वास प्राप्त होता है। गांव के अभावग्रस्त जीवन में कैसे लोग गुजारा करते हैं यह पता चलता है।