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वार्षिक पत्रिका उत्सर्ग का विमोचन

पत्र पत्रिका में लेखन भैया बहनों के लेखनी को सशक्त करती है- तपन 

विद्या विकास समिति झारखंड के प्रदेश कार्यालय में हुआ वार्षिक पत्रिका उत्सर्ग का विमोचन

विद्या विकास समिति झारखंड के प्रांतीय कार्यालय में शिशु विद्या मंदिर, झारखंड के विद्यालय में पढ़ने वाले भैया बहनों की वार्षिक पत्रिका उत्सर्ग का विमोचन किया गया। पत्रिका के संपादक मनोज कुमार ने विषय प्रवेश करते हुए बताया कि 108 पृष्ठ की पत्रिका में भैया बहनों,( छात्र-छात्राओं) द्वारा स्वरचित रचनाओं को स्थान दिया जाता है। इसके अलावा आचार्य, प्रधानाचार्य एवं समाज के प्रबुद्धजनों के रचनाओं को भी प्रकाशित किया जाता है। पत्रिका का आंतरिक प्रसारण 65000 है ।

इस वर्ष की पत्रिका में चार विभूतियां के जीवन से संबंधित आलेख को स्वत: ही समय अनुसार विशिष्ट अवसर होने के कारण स्थान मिला है। भगवान महावीर के 2550 निर्वाण वर्ष, छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्यारोहण का 350 वर्ष ,रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती तथा दयानंद सरस्वती का 150 वीं जयंती वर्ष होने के कारण पत्रिका विशिष्ट हो जाती है।

 कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि झारखंड खुला विश्वविद्यालय के कुलपति एवं रांची विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषा के अध्यक्ष त्रिवेणी साहू ने कहा की बच्चों की पत्रिका में अच्छे लेख एवं प्रेरक प्रसंग नई दिशा देने का कार्य करते हैं। श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के कुलपति तथा समारोह के मुख्य अतिथि तपन कुमार शांडिल्य ने महामना मदन मोहन मालवीय एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्म दिवस को याद किया तथा श्रद्धांजलि अर्पित की। पत्रिका समाज में परिवर्तन ला सकता है तथा भैया बहनों के लेखनी को सशक्त करता है, इसमें वह गुण होता है कि युवा अपने विचार एवं स्वरचित लेख से समाज परिवर्तन कर सकते हैं। उन्होंने संपादक मंडल को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डोरंडा महाविद्यालय के प्रोफेसर ब्रजेश कुमार ने कहा की पत्रिका किसी भी संगठन का आईना होती है। पत्रिका में लेखन भैया बहनों के प्रतिभा में विकास करता है। पत्रिका का प्रचार प्रसार और बढ़े तभी ज्यादा लोग लाभान्वित हो सकेंगे। अंत में प्रदेश सचिव अजय कुमार तिवारी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर संपादक मंडल के साथ विद्या विकास समिति ,झारखंड के समस्त कार्यकर्ता तथा समाज के प्रबुद्धजन उपस्थित थे।