रांची : शनिवार को पाम इंटरनेशनल स्कूल की पहल ‘‘तालीम से तरबियत’’ (शिक्षण से प्रशिक्षण) नाम से अपने वार्षिक शोकेस 2023 में छात्रों ने स्कूल में पढ़ाए जा रहे विभिन्न विषयों से संबंधित 79 मॉडल प्रस्तुत किए। मॉडलों के विषय भाषा, विज्ञान, गणित, सामाजिक अध्ययन, ईवीएस, इस्लामी अध्ययन, जीके से लेकर सामाजिक समस्याओं के विभिन्न पहलुओं पर आधारित थे। मॉडलों में प्रमुख थे चंद्रयान 3, शहरी और ग्रामीण स्तर पर विकास, दूध का प्रसंस्करण, नवीकरणीय ऊर्जा और न्यायपालिका प्रणाली ने आगंतुकों का ध्यान आकर्षित किया। प्रदर्शनी की अद्भुत अवधारणा यह है कि ज्ञान को मानवता के लाभ में कैसे परिवर्तित किया जाए। मॉडलों में आकर्षण का केंद्र हार्ट का मॉडल रहा। कुरान ने हृदय की पवित्रता पर जोर दिया है जो कि हमारे बाहरी व्यवहार को दर्शाता है और सही माने में यही नैतिकता की कुंजी है। हमारी निजात कल्बे-सलीम जैसे पवित्र हृदय (आत्मा) पर निर्भर करता है। महान गणितज्ञ के रूप में राष्ट्रीय गौरव आर्यभट्ट और उनके योगदान को मॉडलों द्वारा अच्छे ढंग से प्रस्तुत किए गए। लेकिन जब हम नवीकरणीय ऊर्जा के बारे में बात करते हैं तो विशिष्ट परियोजना ‘‘राजमार्ग के लिए नवीकरणीय ऊर्जा, जिसमें राजमार्ग लाइट को रौशन करने के लिए बिजली उत्पादन का एक अभिनव विचार हमारे देश के लिए पहली बार प्रस्तुत किया गया है। स्कूल के चेयरमैन महमूद आलम ने यह संदेश दिया कि परियोजनाओं का प्रदर्शन असीमित है और ‘‘पीआईएस की उड़ान आकाश से ऊपर है’’। स्कूल के इस्लामिक पाठ्यक्रम के संचालक एवं एकेडेमिक हेड डाक्टर सायका महमूद द्वारा उल्लेखित प्रोग्राम डिजाइन किया गया जो कि बहुत ही कामयाब रहा। इस प्रोग्राम को सफल बनाने में स्कूल के सभी छात्र-छात्राओं के अलावा प्रधान अध्यापिका लुबना फातिमा एवं उप प्रधान अध्यापिका शगुफा रहमान की कड़ी मेहनत के अलावा पीआईएस में कार्यरत सभी अध्यापकों, अध्यापिकाओं एवं नन-टीचिंग स्टाफ का भी भरपूर योगदान रहा।