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योगदा सत्संग आत्म-साक्षात्कार पाठमाला के नए संस्करण का विमोचन 5 जनवरी, 2024 को

योगदा सत्संग आत्म- साक्षात्कार पाठमाला का नया संस्करण, अब से हिन्दी में भी उपलब्ध होगा। गुरुदेव श्री श्री परमहंस योगानन्द के पावन आविर्भाव दिवस 5 जनवरी, 2024 के दिन, इन पाठों का वाईएसएस नोएडा आश्रम में आयोजित होने वाले एक विशेष सार्वजनिक समारोह में विमोचन किया जाएगा। परमहंस योगानन्दजी द्वारा सिखाई गई ध्यान प्रविधियों और आध्यात्मिक जीवन के सिद्धांतों को सीखना, आत्मसात् करना और अभ्यास करना, अब और सहज हो गया है।

योगदा सत्संग साक्षतकार पाठमाला का नया संस्करणः

1) परमंहस योगानन्दजी के लेखन और व्याख्यानों से ली गई सामग्री का समावेश है।

2) क्रियायोग समेत वाईएसएस/एसआरएफ की ध्यान-प्रविधियों और कई अन्य विषयों पर स्पष्ट और अधिक जानकारी देता है।

3) वाईएसएस/एसआरएफ पथ के आवश्यक सिद्धांतों को, और अधिक सुसंगठित और संकेन्द्रित रुप में प्रस्तुत करता है।

4) गुरुदेव की कुछ अप्रकाशित आलेख को भी सम्मिलित करता है।

5) पूर्व की पाठमाला की अपेक्षा यह अधिक आकर्षक है।

6) अब डिजिटल प्रारुप में एप्प पर भी उपलब्ध है। भक्त अब अपने मोबाइल पर भी इसे पढ़ सकेंगे

7) परमहंस योगानन्दजी की ऑडियो रिकार्डिंग समेत हिन्दी में नई ऑडिओ और वीडियो सामग्री को भी सम्मिलित करता है।

8) वाईएसएस/एसआरएफ की शक्ति-संचार व्यायाम के अभ्यास के लिये चरणबद्ध निर्देशों के साथ वीडियो को भी समाविष्ट करता है।

9) पाठमाला में प्रस्तुत सामग्री को समझाने के लिये अन्य सहायक सामग्री को भी सम्मिलित करता है, जैसे - प्रेरणादायक व्याख्यान, अनुदेश और निर्देशित ध्यान की सुविधा।

इस से पहले 182 पाठ थे जिसे प्राप्त करने में 45 माह लगते थे, पर अब नये पाठ्यक्रम में मूल तथ्य मात्र 18 पाठों में ही उपलब्ध हैं, जिसे प्राप्त करने में अब मात्र 9 महीने लगेंगे।

समाज सेवा और मानवीय में योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ इण्डिया की भूमिका 

1) कोरोनाकाल में योगदा सत्संग के संन्यासियों ने राँची के आसपास बड़ी संख्या में योगदा भक्तों के साथ मिलकर उन निर्धनों व उपेक्षितों तक भोजन और सुविधाएँ पहुँचाई, जहां कोई पहुँच नहीं पा रहा था।

2) पर्याप्त मात्रा में उन्हें चावल, दाल, सब्जियाँ, तेल-मसाले आदि पहुँचाए गये ताकि उनके घरों में उन विपरीत परिस्थितियों में भी चूल्हे जल सकें।

3) कुछ निजी/सरकारी संस्थानों को मेडिकल सुविधाएँ भी उस दौरान योगदा आश्रम द्वारा उपलब्ध कराई गई।

4) योगदा सत्संग सोसाइटी द्वारा राँची मे एक अस्पताल भी चलाया जाता है जहाँ इस वर्ष अब तक ओपीडी में 23,297 रोगियों ने स्वास्थ्य लाभ लिया।

5) 12,720 नेत्र रोगियों ने ओपीडी में नेत्र-संबंधी स्वास्थ्य लाभ लिये।

6) 1430 नेत्र-रोगियों की आँखों का ऑपरेशन भी किया गया।

7) इस अस्पताल में रोगियों को निःशुल्क दवाएं दी जाती हैं और साथ-ही-साथ पैथोलोजी जाँच की सुविधा भी प्राप्त होती है।

8) कई सुदूरवर्ती इलाकों में जहां पहुँचना भी कठिन है, वहां भी यह संस्था अपनी मेडिकल टीम के साथ पहुँच कर, वहाँ के वंचितों/निर्धनों के बीच निःशुल्क स्वास्थ्य जांच उपलब्ध कराकर, उनके बीच निःशुल्क दवाएं भी वितरित करती है।

१) राँची जिले के अनगड़ा ब्लॉक के कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर में वाईएसएस ने बाल चिकित्सा उच्च निर्भरता इकाई (पीएचडीयू) को स्थापित किया।

10) प्राकृतिक आपदा के समय भी वाइएसएस के द्वारा प्रभावित क्षेत्रों मे सहायकार्य किया जाता है।

11) योगदा सत्संग सोसाइटी मैट्रिक व उच्चस्तरीय शिक्षा प्राप्त करनेवाले मेधावी और अभावग्रस्त छात्रों के बीच प्रत्येक वर्ष छात्रवृत्ति भी प्रदान करती है। इसके अतिरिक्त जरूरतमंद छात्रों के मध्य लैपटॉप एवं टैबलेट भी सुलभ कराया जाता है।

12) वाइएसएस ने योगदा सत्संग विद्यालय के लिए ₹22 करोड़ की कुल लागत से एक नए भवन परिसर तथा एक बड़े बहुउद्देशीय सभागार एवं कक्ष का निर्माण किया है। इस निर्माण कार्य में हमें भारत सरकार से 18 करोड़ की धनराशि आर्थिक सहायता के रूप में प्राप्त हुई।

13) योगदा सत्संग विद्यालय का नया भवन परिसर परमहंस योगानन्दजी द्वारा प्रतिपादित सि‌द्धांत जैसे कि प्रकृति के निकट रहते हुए अध्ययन करने के विचार को ध्यान में रखते हुए प्राचीन गुरुकुल के आधार पर तैयार किया गया है।

14) योगदा सत्संग पूरे भारत में लड़को व लड़कियों के लिए 17 शिक्षण संस्थाने चलाती है।

अन्यान्य ...

1) 2024 में योगदा भक्तों की सुविधा के लिये 17 साधना संगम आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें राँची में आठ, नोएडा में चार, दक्षिणेश्वर (कोलकाता) में तीन, और महाराष्ट्र के इगतपुरी में दो होंगे।

2) साधना संगम साधकों के आध्यात्मिक मार्ग को गति प्रदान करने तथा प्रविधियों की शुद्धता हेतु आयोजित किए जाते हैं।

3) देश में योग के प्रसार तथा सुदृढ आध्यात्मिक वातावरण हेतु विभिन्न क्षेत्रों में 20 एक दिवसीय कार्यक्रम, 13 तीन दिवसीय कार्यक्रम, 5 दो दिवसीय कार्यक्रम तथा 3 रिट्रीट का आयोजन भी किया जाएगा।

4) योगदा सत्संग मठ की ओर से बच्चों में बाल्यकाल से ही आध्यात्मिक अभिरुचि जागृत करने, मानवीय मूल्यों से युक्त करने, देश के प्रति सच्ची निष्ठा के साथ सुयोग्य नागरिकों के निर्माण करने हेतु प्रत्येक रविवार को अलग से चिल्ड्रन सत्संग एवं चिल्ड्रन समर कैंप की व्यवस्था भी की जाती है।