**लोहरदगा: जनजातीय समाज के लोगों का उत्साह राम मंदिर निर्माण के लिए**
लोहरदगा: झारखंड के लोहरदगा जिले के पेशरार प्रखंड में स्थित इचवाटांड गाँव के जनजातीय समुदाय के लोगों ने बताया कि भगवान श्रीराम ने उन्हें बुलाया है, इसलिए वे पूजित अक्षत भिजवाया जा रहा है। ग्रामवासी अयोध्या धाम की यात्रा करेंगे और राम लला के लिए 22 जनवरी को घर-घर ज्योत जलाएंगे।
गाँव के लोगों ने बताया कि इस दूरस्थ गाँव में रहने वाले जनजातियों को भगवान श्रीराम ने अपने मंदिर के निर्माण में भागीदार बनने के लिए बुलाया है। उन्होंने आर्य समाज की संस्था आर्य वीरदल, आरएसएस गुमला विभाग के संघचालक, और लोहरदगा जिले के प्रचारक के हाथों अक्षत और पत्रक प्राप्त किया और इस पुनर्निर्माण के लिए उन्हें बधाई दी। उनका दावा था कि भगवान श्रीराम हमारे स्वास्थ्य में बसे हैं और उनका मंदिर भी हमारे गाँव में होना चाहिए।
इस मौके पर आचार्य शरदचंद्र आर्य ने कहा कि राम मंदिर निर्माण से भारत अपनी सांस्कृतिक धरोहरों को पुनर्स्थापित कर रहा है और भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त होने पर गर्व हो रहा है। गाँववाले प्राण प्रतिष्ठा के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे और दीपावली मनाएंगे, जिसका उद्देश्य भगवान श्रीराम के जन्मभूमि में विशेष रूप से आयोजित होगा। उन्होंने कहा कि रामलाल का दर्शन करने के लिए वे जरूर अयोध्या जाएंगे। रामलाल का दर्शन करेंगे। श्रीराम हमारे स्वासों में बसे हैं। इस मौके पर आचार्य शरदचंद्र आर्य ने कहा कि राम मंदिर निर्माण से भारत अपनी सांस्कृतिक धरोहरों और प्राचीन परंपराओं को पुनर्स्थापित कर रहा है। भारत के जन-जन के मन में भगवान राम फिर से उनके परंपराओं का अलख जगाने आ रहे हैं। हम भारत को उसकी सांस्कृतिक धरोहरों को वापस लौट रहे हैं। आप सभी वन कंदराओं में रहते हो, कंदमूल खाते हो पर भगवान श्री राम सबके हृदय में वास करते हैं। हम उनके अनन्य भक्त हैं। हमें अपार हर्ष हो रहा है, कि पांच शताब्दी के बाद भगवान श्रीराम अपने जन्मभूमि (घर) में फिर से पधार रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि हम सभी प्राण प्रतिष्ठा के दिन 22 जनवरी को दिन में हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। रात को दीपावली मनाएंगे। भगवान श्रीराम जिनके घर दीप जलेगा उन्हीं के घर आने वाले हैं। इसलिए हम सभी राम ज्योति जलाएंगे, घर-घर राम जी को बुलाएंगे। क्योंकि वह वनवास के समय हम ही वनवासियों के साथ उनका मिलन हुआ था। आज फिर से हम वनवासियों को वह निमंत्रण देकर बुला रहे हैं। हम जरूर अयोध्या जाएंगे, जय श्री राम के नारे लगाएंगे। अपनी संस्कृति को प्रबल बनाएंगे। इस मौके पर बड़ी संख्या में जनजातीय समाज के लोग मौजूद थे। फोटो- भगवान श्रीराम के जन्म भूमि अयोध्या जी से अक्षत और निमंत्रण पत्र मिलने से हर्षित लोहरदगा पेशरार प्रखंड के इचवाटांड के ग्रामीण के साथ आचार्य शरदचंद्रआर्य, मनोज दास दीपक कुमार व अन्य